Tuesday, 13 September 2016

गिलोय अत्यंत लाभकारी जड़ी बूटी


गिलोय एक रसायन है, यह रक्तशोधक, ओजवर्धक, ह्रुदयरोग नाशक ,शोधनाशक औरलीवर टोनिक भी है। यह पीलिया और जीर्ण ज्वर का नाश करती है अग्नि को तीव्रकरती है, वातरक्त और आमवात के लिये तो यह महा विनाशक है।
• गिलोय के 6″ तने को लेकर कुचल ले उसमे 4 -5 पत्तियां तुलसी की मिला लेइसको एक गिलास पानी में मिला कर उबालकर इसका काढा बनाकर पीजिये। और इसकेसाथ ही तीन चम्मच एलोवेरा का गुदा पानी में मिला कर नियमित रूप से सेवनकरते रहने से जिन्दगी भर कोई भी बीमारी नहीं आती। और इसमें पपीता के 3-4 पत्तो का रस मिला कर लेने दिन में तीन चार लेने से रोगी को प्लेटलेट कीमात्रा में तेजी से इजाफा होता है प्लेटलेट बढ़ाने का इस से बढ़िया कोईइलाज नहीं है यह चिकन गुनियां डेंगू स्वायन फ्लू और बर्ड फ्लू में रामबाणहोता है।
• गैस, जोडों का दर्द ,शरीर का टूटना, असमय बुढापा वात असंतुलित होने कालक्षण हैं। गिलोय का एक चम्मच चूर्ण को घी के साथ लेने से वात संतुलित होताहै ।
• गिलोय का चूर्ण शहद के साथ खाने से कफ और सोंठ के साथ आमवात से सम्बंधित बीमारीयां (गठिया) रोग ठीक होता है।
• गिलोय और अश्वगंधा को दूध में पकाकर नियमित खिलाने से बाँझपन से मुक्ति मिलती हैं।
• गिलोय का रस और गेहूं के जवारे का रस लेकर थोड़ा सा पानी मिलाकर इस कीएक कप की मात्रा खाली पेट सेवन करने से रक्त कैंसर में फायदा होगा।
• गिलोय और गेहूं के ज्वारे का रस तुलसी और नीम के 5 – 7 पत्ते पीस कर सेवन करने से कैंसर में भी लाभ होता है।
• क्षय (टी .बी .) रोग में गिलोय सत्व, इलायची तथा वंशलोचन को शहद के साथ लेने से लाभ होता है।
• गिलोय और पुनर्नवा का काढ़ा बना कर सेवन करने से कुछ दिनों में मिर्गी रोग में फायदा दिखाई देगा।
• एक चम्मच गिलोय का चूर्ण खाण्ड या गुड के साथ खाने से पित्त की बिमारियों में सुधार आता है और कब्ज दूर होती है।

• गिलोय रस में खाण्ड डालकर पीने से पित्त का बुखार ठीक होता है। औरगिलोय का रस शहद में मिलाकर सेवन करने से पित्त का बढ़ना रुकता  है।
• प्रतिदिन सुबह-शाम गिलोय का रस घी में मिलाकर या शहद गुड़ या मिश्री केसाथ गिलोय का रस मिलकर सेवन करने से शरीर में खून की कमी दूर होती है।
• गिलोय ज्वर पीडि़तों के लिए अमृत है, गिलोय का सेवन ज्वर के बाद टॉनिकका काम करता है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। शरीर में खूनकी कमी (एनीमिया) को दूर करता है।
• फटी त्वचा के लिए गिलोय का तेल दूध में मिलाकर गर्म करके ठंडा करें। इसतेल को फटी त्वचा पर लगाए वातरक्त दोष दूर होकर त्वचा कोमल और साफ होतीहै।
• सुबह शाम गिलोय का दो तीन टेबल स्पून शर्बत पानी में मिलाकर पीने से पसीने से आ रही बदबू का आना बंद हो जाता है।
• गिलोय के काढ़े को ब्राह्मी के साथ सेवन से दिल मजबूत होता है, उन्माद या पागलपन दूर हो जाता है, गिलोय याददाश्त को भी बढाती है।
• गिलोय का रस को नीम के पत्ते एवं आंवला के साथ मिलाकर काढ़ा बना लें।प्रतिदिन 2 से 3 बार सेवन करे इससे हाथ पैरों और शरीर की जलन दूर हो जातीहै।
• मुंहासे, फोड़े-फुंसियां और झाइयो पर गिलोय के फलों को पीसकर लगाये मुंहासे, फोड़े-फुंसियां और झाइयां दूर हो जाती है।
• गिलोय, धनिया, नीम की छाल, पद्याख और लाल चंदन इन सब को समान मात्रामें मिलाकर काढ़ा बना लें। इस को सुबह शाम सेवन करने से सब प्रकार का ज्वरठीक होता है।
• गिलोय, पीपल की जड़, नीम की छाल, सफेद चंदन, पीपल, बड़ी हरड़, लौंग, सौंफ, कुटकी और चिरायता को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्णके एक चम्मच को रोगी को तथा आधा चम्मच छोटे बच्चे को पानी के साथ सेवन करनेसे ज्वर में लाभ मिलता है।
• गिलोय, सोंठ, धनियां, चिरायता और मिश्री को सम अनुपात में मिलाकर पीसकरचूर्ण बना कर रोजाना दिन में तीन बार एक चम्मच भर लेने से बुखार में आराममिलता है।
• गिलोय, कटेरी, सोंठ और अरण्ड की जड़ को समान मात्रा में लेकर काढ़ा बनाकर पीने से वात के ज्वर (बुखार) में लाभ पहुंचाता है।
• गिलोय के रस में शहद मिलाकर चाटने से पुराना बुखार ठीक हो जाता है। औरगिलोय के काढ़े में शहद मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें इससे बारम्बार होनेवाला बुखार ठीक होता है।गिलोय के रस में पीपल का चूर्ण और शहद को मिलाकरलेने से जीर्ण-ज्वर तथा खांसी ठीक हो जाती है।
• गिलोय, सोंठ, कटेरी, पोहकरमूल और चिरायता को बराबर मात्रा में लेकरकाढ़ा बनाकर सुबह और शाम सेवन करने से वात का ज्वर ठीक हो जाता है।
• गिलोय और काली मिर्च का चूर्ण सम मात्रा में मिलाकर गुनगुने पानी सेसेवन करने से हृदयशूल में लाभ मिलता है। गिलोय के रस का सेवन करने से दिलकी कमजोरी दूर होती है और दिल के रोग ठीक होते हैं।

गर्भावस्था के दौरान क्या ना करें

What Not To Do During Pregnancy in Hindi

Pregnancy के दौरान  क्या ना करें

 1) भारी वज़न ना उठाएं , जैसे कि पानी से भरी बाल्टी ,सील-बट्टा ,भारी कुर्सी, बक्सा इत्यादि .
2)  बहुत देर तक ना खड़े रहे. यदि आपको किचन में बहुत देर तक खड़ा होना पड़ता है तो चाहें तो वहां एक कुर्सी रख लें.
3) सीढ़ियों का प्रयोग कम से कम करें. यदि आप ground floor पर नहीं रहती हैं और मजबूरी में आपको नीचे जाना पड़ता है तो कोशिश करिए कि एक ही बार में अपने सारे काम निपटा लीजिये. इसके लिए एक कार्य-सूची बना लेना उचित होगा. सीढ़ियाँ  , रेलिंग पकड़ कर ही उतरें.
4) हील वाली सैंडल या चप्पल ना पहनें.  हमेशा flat चप्पल ही पहनें, यदि आप office जाती  हैं तो flat sandals का ही प्रयोग करें.
5) बाहरी खाना ना लें, खासतौर पे junk foods, जैसे कि pizza, burger,etc. होटलों, शादी-ब्याह वगैरह में भी ना खाएं. इनकि शुद्धता की गारंटी नहीं होती और आपको infection हो सकता है.
6) तला और मसालेदार न खाएं, इनसे गैस , acidity , जलन हो सकती है.
7) Pregnancy के दौरान बिना अपनी gynecologist  की सलाह के दवाओं का सेवन ना करें.  यहाँ तक कि छोटी -मोटी बीमारियों के लिए भी अपने से दावा ना लें.
8)  प्रेगनेंसी के दौरान कम से कम यात्रा करें. दो  पहिया , तीन  पहिया  वाहन  avoid करें . यदि आपको मजबूरी में public transport से office जाना भी पड़े तो odd-timings में ही बस पकडें, जब भीड़ कम से कम हो.
9)  गर्भावस्था के दौरान तनावपूर्ण या डरावने serials या movies  ना देखें.
10) ऐसा कोई काम ना करें  जिसमे आपको अत्यधिक तनाव का सामना करना पड़े.
11) इस दौरान तंग कपडे ना पहने.
12) कुछ अध्यनो में पता चला है कि pregnancy के दौरान mobile फ़ोन का अत्यधिक इस्तेमाल होने वाले बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है.
13) अकेले ना रहे.यदि अकेले रहती हों तो हमेशा अपना mobile recharge करा कर रखिये.
14) बाथरूम में खड़े होकर ना नहाएं, और इस बात की पुष्टि करें की काई-वगैरह जमने से फिसलने का खतरा ना हो.
15) Pregnancy के दौरान smoking कत्तई ना करें, और किसी और को अपने करीब धूम्र-पान ना करने दें. Passive smoking से भी बच्चे को खतरा हो सकता है.
16) कैफीन का सेवन avoid करें.इसलिए Coffee,Soda,Green and Black Tea,Cold Drinks से बचें. Chocolate में भी caffeine होता है मगर कम मात्र में, इसलिए कभी-कभार chocolate ले सकती हैं.
17) कुछ मछलियाँ जैसे कि ट्यूना मछली,king mackerel, tilefish , इत्यादि में mercury अधिक मात्र में होता है, इन्हें ना खाएं. इनके सेवन से शिशु के मस्तिष्क का विकास प्रभावित हो सकता है.

Thursday, 24 September 2015

NAME OF INDIAN BABY IN HINDI B

भारतीय बच्चों के नाम


NAMES OF BOY--- B
बादल        बद्री         बद्रीनाथ      बद्रीप्रसाद     बाहुबली
बहुक्य       बाहुल्य       बजरंग       बालादित     बलवीर
बलविन्द्र     बलविंदर     बलवंत       बन्विहारी     बंधू
बंधुल        बांकेबिहारी    बंकिम       बंशी         बंशीलाल
बंशीराम      बरुन        बसंत        बशीर        बसुधा
भद्रक        भद्र         भाद्रवीर      भागीरथ      भगवत
भाग्यराज     भैरव        भजन        भानु         भानुप्रताप
भानुप्रसाद    भानुदास      भरद्वाज     भारत        भारतवंशी
भार्गव       भास्कर      भौमिक      भावेश       भीम
भीष्म        भूषन        बुद्ध        ब्रम्हा        ब्रम्हाप्रसाद
ब्रम्हानंद      ब्रजेश        बुद्धदेव      बुधिल       भूवन

भीरा                 

INDIAN BABY NAMES IN HINDI A


भारतीय बच्चों के नाम अ से

NAMES OF BOY   A       BABY NAMES IN HINDI

आभा        आवरण      अबीर        आदर्श       आदेश      
आदिशंकर    आधुनिक     आदि        आदित्य      अपूर्व
आफरीन      आह्लाद      आव्हान      अहलादित    आकांश
आकार       आकाश      आलम       आलाप       अलोक
आमोद       आलोकित    आशीष       अभय        अभयानंद
अभयप्रद     अभीक       अभिनव      अभिधी      अजय
अभिचंद्र      अभिजय     अजेय        अभिजित     अभिलाष
अभिमन्यु    अर्जुन        अर्जुन् सूत    अभिनन्दन   अभिरूप
अशोक       अभिभित     अभिषेक      अशोक       अभिस्मुत
अंकित       अनिकेत      अभ्र         अर्क         आन्नदित
अनुज        अभाय्दुत     अभय        अभाय्जोनी   अचल
आचार्य       अनिल       अजिंक्य      अच्युत       आदर्श
अभिनय      आदेश       अधिकार     आकांश      आदिल
आकाश      अदित्यानंद   अद्भुत      अदुत        अगस्त्या
अघात       अहसान      अनिश       अजेन्द्र       आधार
अजित       अकरम      अकबर       अकल्प       अजर
अमर        अभ्युत       अरविन्द     अमर        अब्दुल
आशय       अक्षय        अलकेश                अमूल       अनुमत

अनित       अम्बर       अभिमत     अनुनय      अनोक 

YOGA AND ASAN

योग एवं आसन
योग भारत द्वारा विश्व को दी गयी एक अमूल्य देन हे | इसके प्रयोग से शरिर फिट चुस्त एवं तंदरुस्त रहता हे|  इसके आसनों का प्रयोग करके आप कई असाध्य बीमारीयो से बचा जा सकता हे |

प्राणायाम :-- कुछ प्राणायाम के नाम निचे  दिए गए हे :-
01         भस्त्रिका
02    कपालभारती
03    बाह्य
04    अनुलोम विलोम
05    भ्रामरी
06    उग्दित
07    प्रणव
आसन  :-- कुछ आसनों  के नाम निचे  दिए गए हे :-
01         मंदुकासन
02    शशंकासन 
03    भुजंगासन
04    शलभासन 
05    उत्तानपादासन
06    पवनमुक्तासन 
07    मर्कटासन 


घर पर कमाए लाखो रुपये इन कामो से

घर पर कमाई के तरीके लघु उद्योग 

HOW CAN START A BUSSINESS IN SMALL MONEY
SMALL BUSSINESS IDEA IN INDIA
बेकरी पार्लर
बेकरी उत्पाद बहुत ही लोकप्रिय उत्पाद बनाते हे | यह बहुत ही जल्दी सेल हो जाते हे एवं अधिक लाभ वाला बिज़नस हे | बेकरी का व्यव्साय आप मार्किट या अपने घर पर भी चालू कर सकते हें | इनके अंतर्गत आप बिस्कुट, टोस्ट, ब्रेड आदि बढ़िया उत्पादों का निर्माण कर सकते हे |   

किराणा स्टोर
आज की दुनिया में प्रत्येक घर में किराणा की जरुरत होती हे | हालाकि यह बिज़नेस अन्य बिसनेस से थोडा कम फायदे वाला होता हे | पर इस व्यवसाय में सेल ज्यादा होती हे | अगर आपके पास ज्यादा पैसा हो तो आप इसे अच्छे मार्किट में चालू करे | अगर ज्यादा पैसा उपलब्ध ना हो तो आप इसे दस से बीस हजार रुपये में घर पर शुरू कर सकते हे|

आईस क्रीम  पार्लर
आइसक्रीम सबसे ज्यादा लोकप्रिय खाद्य पदार्थ हे बच्चे हो या जवान या बूढ़े सभी पसंद करते हे  एवं  ज्यादा बिकने वाला उत्पाद होता हे | इसके साथ आप जूस का भी व्यवसाय कर सकते हे |

अगरबत्ती निर्माण
अगर आप मेहनती हे और मार्केटिंग करने में सक्षम हे तो आप अगरबती का निर्माण स्वयं घर पर कर सकते हे | इस व्यवसाय को चालू करने के लिए आपको पंद्रह हजार रुपये की आवशयकता होती हे | इसे आप धीरे से चालू करके बड़े स्तर तक ले जा सकते हे |

दोना पत्तल निर्माण
अगर आप मेहनती हे और मार्केटिंग करने में सक्षम हे तो आप दोना पत्तल का व्यवसाय शुरू कर सकते हे | इसमें मशीन एवं काछी सामग्री मार्केट से आसानी से प्राप्त हो जाती हे | इसे आप रिटेल एवं थोक दोनों तरह से बेच सकते हे | यह व्यवसाय दस हजार रुपये से लेकर एक लाख रूपये तक चालू किया जा सकता हे | इस व्यवसाय में अगर आप के पास जगह नहीं हे तो भी आप इसे घर पर बनाकर सीधे थोक विक्रेता को बेच सकते हे | यह लाभदायक व्यवसाय हे |

टेंट हाउस
आज की दुनिया कोई भी छोटा से छोटा कार्यक्रम हो या बड़ा स्टेज का कार्यक्रम हो विवाह हो या किसी नेता का बड़ा कार्यक्रम हर उत्सव में टेंट अनिवार्य हो चूका हे | यह व्यवसाय बहुत ही लाभ प्रदान करने वाला हे | इसे चालू करने के लिए कम से कम आपके पास एक लाख रुपये होना जरुरी हे |

फोटोकॉपी
फोटोकॉपी बहुत ही आम हो गयी हे हर प्रकार के कार्य में फोटोकॉपी करवाना होता हे | फोटोकॉपी का व्यवसाय भी लाभदायक होता हे | अगर फोटोकॉपी स्टोर के पास स्कूल , कॉलेज , या किसी कार्यालय के पास हो तो लाभ दोगुना
हो सकता हे |

ऑनलाइन कार्य
आज की दुनिया में हर कार्य ऑनलाइन हो चूका हे | किसी परीक्षा का फॉर्म हो या एडमिशन फॉर्म या किसी नोकरी के लिए आवेदन या रेल का टिकट सभी कार्य ऑनलाइन किये जाते हे |.

प्रिंटिंग
पयह व्यवसाय लाभ वाला हे | प्रिंटिंग कार्य आज की जरुरत हो चुकी हे | शादी के कार्ड , घर का उद्घाटन किसी नेता का प्रचार या चुनाव हर चीज में प्रिंटिंग की आवश्यकता होती हे |

कोचिंग
कोचिंग आज की दुनिया का सबसे बड़ा व्यवसाय बन चूका हे क्योकी इसमें व्यय कम एवं आय ज्यादा होती हे | एवं अच्छे कार्य पर व्यापार में ज्यादा लाभ होता हे |

होम डेकोर
अगर आप कलात्मक क्षमता के धनि हे तो होम डेकोर यानी इंटीरियर डेकोरेशन का कार्य कर सकते हे | यह व्यापार लाभदायक हे |


ब्लॉग लेखन
अगर आपमें लिखने की शैली हे तो आप अपना स्वयं का ब्लाग नेट पर बना सकते हे | कुछ कंपंनी फ्री में ब्लॉग बनाने देती जैसे  WWW.BLOGGER.COM   &  WWW.WORDPRESS.COM  . आदि | अपने ब्लॉग को बनाने के बाद आप उसमे अच्छे लेख , जोक्स , अपने बारे में लिखे, फोटो शेयर करे एवं जो भी आपको अच्छा लगे वो पोस्ट करे | जब आपके ज्यादा व्यू एवं सब्सक्राइबर हो जाते हे तो आप गूगल के एड सेन्स पर अकाउंट बनाये | उसके पश्चात् गूगल आपके ब्लॉग पर विज्ञापन दिखाना चालू करता हे | अगर कोई व्यूअर विज्ञापन पर क्लिक करता हे तो प्रत्येक क्लिक पर आपको पैसा मिलता हे |

वेबसाइट निर्माण
.

ऑनलाइन सर्वे

ऑनलाइन टीचिंग

यू ट्यूब

वेब डिजाईन

एपलीकेशन निर्माण

चॉकलेट निर्माण

डीजे बिज़नेस

मोबाइल फ़ूड

जूस पार्लर
पेंटिंग

रेडियम वर्क

मोबाइल रिपेयरिंग

इलेक्ट्रीशियन

स्टेशनरी

ब्यूटी पार्लर

मेहँदी बनाना

कटलरी स्टोर

चलित सामग्री बेचना

डेरी बिज़नस

कंप्यूटर सेल्स एंड सर्विस




घर पर कमाए लाखो

HOW CAN START A BUSSINESS IN SMALL MONEY             SMALL BUSSINESS IDEA IN INDIA IN HINDI
SMALL SCALE BUSINESS IN INDIA                                       BUSINESS START FROM BELOW 100000 RUPEES

1 .     बेकरी पार्लर
2-      किराणा स्टोर
3-      आईस क्रीम  पार्लर
4-      अगरबत्ती निर्माण
5-      दोना पत्तल निर्माण
6-      टेंट हाउस
7-      फोटोकॉपी
8-      ऑनलाइन कार्य
9-      प्रिंटिंग
10-   कोचिंग
11-   होम डेकोर
12-   ब्लॉग लेखन
13-   वेबसाइट निर्माण
14-   ऑनलाइन सर्वे
15-   ऑनलाइन टीचिंग
 16-   यू ट्यूब
17-   वेब डिजाईन
18-   एपलीकेशन निर्माण
19-   चॉकलेट निर्माण
20-   डीजे बिज़नेस
21-   मोबाइल फ़ूड
22-   जूस पार्लर
23-   पेंटिंग
24-   रेडियम वर्क
25-   मोबाइल रिपेयरिंग
26-   इलेक्ट्रीशियन
27-   स्टेशनरी
28-   ब्यूटी पार्लर
29-   मेहँदी बनाना
30-   कटलरी स्टोर
31-   चलित सामग्री बेचना
32-   डेरी बिज़नस
33-       .कंप्यूटर सेल्स एंड सर्विस